कमर का दर्द बहुत परेशान करने वाला दर्द है। अगर कुछ समय पहले की बात करें। तो जहां ये दर्द बढ़ती हुई उम्र के साथ होता था। पर आज ऐसा नहीं है। पीठ व कमर का दर्द किसी को भी हो सकता है। महिलाएं, पुरुष व युवावस्था में भी ये दर्द देखा जाता है। इसका मुख्य कारण बदलती जीवन शैली में है। जिसके कारण अब खान पान पहले जैसा नहीं रहा। लोगों में दर्द के कारण शरीर की हड्डियाँ ही अपना रूप बदल रही है। अर्थात हड्डियाँ टेडी हो जाती है।
काम के दौरान लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठे रहना। चोट लगने, काम के दौरान अचानक पड़ने वाले झटके। लापरवाही से उठाया गया समान,माशपेसियो में खिंचाव के कारण हो सकता है। इस दौरान काम करना,चलना, बैठना, उठना, काफी मुश्किल हो जाता है। जिससे व्यवहार भी चिड़चिड़ा हो जाता है। इससे नजर अंदाज़ ना करे। क्योंकि इससे बड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसका इलाज़ गम्भीरता से किया जाना चाहिए।
आख़िर क्या कारण है इस कमर दर्द का।
- शरीर में कैल्सियम की कमी के कारण।
- हड्डियों का कमजोर पड़ना।
- लम्बे समय तक एक ही पोजीशन में बैठे रहने से।
- एक्सरसाइज सही तरीके से न कर पाना।
- अव्यवस्थित तरीक़े से वज़न उठाना।
- बढ़ती हुई आयु।
- बॉडी पॉश्चर का सही नहीं होना।
- डिस्क में बैक्टीरिया इंफेक्शन।
- सही पोजीशन में न सोना।
- तनाव के कारण।
- योग का अभाव।
- मोटापे के कारण।
- लंबे समय तक टीवी, व कम्प्यूटर पर बैठा रहना।
- तम्बाकू व धूम्रपान का सेवन करना।
- योग और एक्सरसाइज न कर पाना।
- पौष्टिक भोजन न करना।
- जंक फूड व वसा युक्त भोजन करना।
दर्द की गंभीरता का पता लगाने के लिए एक्स-रे, एमआरआई, डिस्कोग्राफी, फैसेट ,सीटी स्कैन और आथ्रोग्राम जांच करवा सकते है।
कमर दर्द का उपचार।
- मैदा लकड़ी का चूर्ण बनाकर फिर उसका पेस्ट बनाएं। दर्द वाले भाग पर लगाए। इससे मासपेशियों में काफ़ी राहत मिलेगी। मेदा लकड़ी में एंटीइफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है। जो दर्द में काफी राहत देता है।
- सरसों के तेल में लहसुन की कुछ कलियां डालकर। उसे अच्छे से गर्म करें और फिर ठंडा होने पर कमर की मसाज करें।
- मैथी को पानी में भिगो लें। रात को सोने से पहले मैथी को पानी से अलग कर एक गिलास दूध के साथ मैथी को चबाते हुए। ऊपर से दूध पिएं। इससे आपकी डिस्क और मांसपेश का खिंचाव कम और राहत मिलेगी। मैथी डायबिटीज, कोलेस्ट्रोल को भी कन्ट्रोल करता है।
- तिल का तेल लेकर उसे गर्म करें और उसकी मसाज करें।
- शरीर में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए पोष्टिक भोजन करें। बाहर का खाना खाने से बचे।
- पर्याप्त मात्रा में जौ लेकर उसे पानी में डालकर उबाल लें। कुछ समय तक उबलने के बाद कपड़े में लेकर उसका सेक करें। इससे आपको काफी राहत मिलेगी।
- रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर उसे पिए। हल्दी को दर्द निवारक माना जाता है।
- व्यायाम नियमित रूप से करते रहे जिससे शरीर में लचीलापन बरकरार रहता है मांसपेशियों की जकड़न की समस्या कम होंगी।
- अगर दर्द ज्यादा है। तो आपको सर्जरी की आवश्यकता पड सकती है। घरेलू उपचार के बाद आपकी समस्या का समाधान नहीं होता है। तो डॉक्टर की सलाह जरूर ले।
- अदरक व तुलसी को गरम पानी में कुछ समय तक अच्छे से उबाल कर। फिर गुनगुना होने पर उसमे थोड़ा शहद डालकर पी ले। दिन में दो बार इसका सेवन करे। अदरक में एंटिफ्लेमेट्ररी व एनलजेसिक के गुण मिलते है। जो दर्द में राहत देता है।
- योग के आसानो को दैनिक जीवन में प्रयोग करे।
- एसेशियल ऑयल ये एंटीइफ्लेमेट्री, एनलजेसिक गुणों से युक्त होता है। दर्द वाले भाग पर कुछ समय की लगातार मालिश से सुजन में राहत, दर्द से छुटकारा और मांसपेशियों में लचीलापन आ जाता है।
- विटामिन युक्त भोजन करें। विटामिन B-12 एंटीइफ्लेमेट्री दर्द निवारक है। विटामिन् बी, सी, ई,युक्त भोजन करें।
- ड्राई फ्रूट्स जिसमे अख़रोट, बादाम, काजू, पिश्ता आदि खाएं।