कामकाजी होने के कारण आजकल हम सभी के पास समय की कमी है। जिसके कारण सब पैकेज फूड ज्यादा खाने लगे हैं। इसी के साथ ही ऑफिस में खाने के समय या चाय के समय पर जो भी मिल जाए वह हम खा लेते हैं। इन सबका असर सीधे हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है, क्योंकि पेट से ही हमारे शरीर का स्वास्थ्य भी जुड़ा है।
तो आज के इस लेख में हम आपको संतुलित आहार क्या होता है ? इसे कैसे लेना चाहिए? और इसके क्या फायदे होते हैं? इसे बहुत ही आसान भाषा में बताएंगे। ताकि आप भी इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करके समय रहते अपने स्वास्थ्य को सुधार सकें।
संतुलित आहार क्या है ?
संतुलित आहार वह होता है जिसे हम साधारण बोलचाल में हेल्दी डाइट या बैलेंस डाइट के नाम से जानते हैं। संतुलित आहार में हमारे पूरे दिन के आहार को कई हिस्सों में बांटा जाता है। जिससे हमारे शरीर को वो सारे पोषक तत्व मिल सके जिससे हम स्वस्थ रहें। इसमें मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मिनरल्स, वसा और पानी को शामिल किया जाता है।
इन सभी चीजों की एक निर्धारित मात्रा होती है। इन सभी चीजों से मिलकर संतुलित आहार तैयार होता है।
संतुलित आहार कैसे बनाएं ?
संतुलित आहार को तैयार करने के लिए कुछ जरूरी तत्व को शामिल करना होता है।
- प्रोटीन- वैसे तो सारे पोषक तत्व शरीर के लिए आवश्यक होते हैं। लेकिन उन सब में प्रोटीन सबसे अहम होता है। प्रोटीन हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ हमारे बाल, नाखून और चेहरे की सुंदरता को भी बनाए रखता है। इसलिए बेहद आवश्यक है कि एक निर्धारित मात्रा में रोज प्रोटीन को अपने आहार में शामिल किया जाए। एक व्यक्ति को 1 दिन में जितना उसका वजन है उतने ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
प्रोटीन के स्रोत- शाकाहारियों के लिए- सभी प्रकार के दाल, मूंगफली,सोयाबीन और उससे बनी चीजें, ड्राई फ्रूट्स, डेयरी प्रोडक्ट्स। मांसाहारी के लिए- अंडा, चिकन, मछली।
नोट- लेकिन अगर आपको हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या है तो आप अंडे का पीला भाग और चिकन में चिकन की कलेजी ना खाएं। यह भी ध्यान रखें कि कोई भी नॉनवेज को बहुत अधिक तेल मसाले में ना बनाएं।
- कार्बोहाइड्रेट- अक्सर हम सभी बैलेंस डाइट में कार्बोहाइड्रेट को जगह नहीं देते। हम सब यही सोचते हैं कि ये तो हमारे शरीर में मोटापा लाता हैं। जबकि ये गलत है। अगर अच्छे कार्बोहाइड्रेट को सही मात्रा में लिया जाए यह हमारी कई शारीरिक समस्याओं को दूर कर सकते हैं। इसी के साथ ही ये हमें दिन भर काम करने के लिए ऊर्जा भी देते हैं।
कार्बोहाइड्रेट के स्रोत- साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, रागी, मक्का। कार्बोहाइड्रेट के और बहुत से स्रोत होते हैं लेकिन आप ध्यान रखें कि आपको सिर्फ अच्छे कार्बोहाइड्रेट को अपने संतुलित आहार में शामिल करना है। - वसा- वसा जिसे सामान्य भाषा में फैट कहा जाता है। इसे लोग अपने संतुलित आहार में जगह नहीं देते।यह गलत है क्योंकि हमारे शरीर को हर एक चीज की आवश्यकता होती है चाहे वह फैट ही क्यों ना हो। सही मात्रा में हेल्दी फैट हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक है।
वसा के स्त्रोत- गाय का देसी घी, फिल्टर्ड ऑयल, मक्खन आदि। - विटामिंस और मिनरल्स- विटामिंस और मिनरल्स- हमारे शरीर को सभी तरह के विटामिंस और मिनरल्स की आवश्यकता होती है। सभी विटामिंस और मिनरल्स के अपने कुछ ना कुछ फायदे होते हैं। आपको यह सारे विटामिंस और मिनरल्स हरी पत्तेदार सब्जियां और फलों से मिल जाएंगे। इसलिए जितना ज्यादा हो सके इन सब चीजों को अपने आहार में शामिल करें। विटामिंस और मिनरल्स हमारी त्वचा, हड्डियों, मांसपेशियों को स्वस्थ्य बनाए रखते हैं। इसी के साथ है खून और हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने के लिए बहुत आवश्यक होते हैं।
फाइबर- कोई भी संतुलित आहार फाइबर के बिना पूरा नहीं हो सकता।फाइबर हमारे पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए बेहद आवश्यक है। जो कि हमें छिलके और रेशेदार फलों से बेहद आसानी से मिल जाता है। इसलिए रोज इस तरह के फलों को अपने आहार में जरूर शामिल करें। जब आप का पेट खुश होगा तो बहुत सी बीमारियां आपसे दूर रहेंगी।
पानी- संतुलित आहार के साथ-साथ स्वस्थ रहने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी भी आवश्यक है। इसलिए दिन में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं।
नोट- व्यक्ति की उम्र, शारीरिक स्थिति और शारीरिक कार्य के अनुसार सभी व्यक्तियों के लिए संतुलित आहार की निर्धारित मात्रा अलग-अलग होती है। इसलिए अपने लिए संतुलित आहार तैयार करने से पहले एक बार किसी आहार विशेषज्ञ की सलाह जरूर लेने।
संतुलित आहार के लाभ क्या क्या हैं ?
- संतुलित आहार का सेवन करने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है। इससे हमारे शरीर को सारे पोषक तत्व मिल जाते हैं और हमारे शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है।
- वजन नियंत्रित रहता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस आहार में तेल, मसाला और सैचुरेटेड फैट ना के बराबर होता है।
- डायबिटीज, कैंसर दिल की बीमारी और मोटापा जैसी बड़ी बड़ी बीमारी होने का खतरा बेहद कम होता है।
- हमारा शरीर चुस्त दुरुस्त रहता है।
- संतुलित आहार से मानसिक स्वास्थ्य पर भी बेहद असर डालता है। डिप्रेशन, तनाव, चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग जैसी समस्याएं भी खत्म होती है।
- नींद ना आने की समस्या भी संतुलित आहार से दूर होती है। हल्का और सुपाच्य खाना खाने से व्यक्ति को नींद बहुत अच्छी आती है।
संतुलित आहार ना लेने के नुकसान क्या क्या हैं ?
अगर आप हमेशा अन हेल्थी खाना खाते हैं और संतुलित आहार से परहेज करते हैं तो इससे आपको कई तरह के नुकसान हो सकते हैं जैसे-
- संतुलित आहार की कमी से होने वाले रोग आपको घेर सकते हैं।
- मोटापा आप की सबसे बड़ी समस्या बन सकती है।
- एसिडिटी और पाचन संबंधी कई परेशानियां हो सकती है।
- त्वचा संबंधी कई रोग जैसे मुंहासे, एग्जिमा, खुजली जैसी समस्याएं हो सकती है।
- बालों का झड़ना और रूखे बालों की समस्या हो सकती है।
- तनाव, चिड़चिड़ापन और नींद ना आने की समस्या हो सकती है।
संतुलित आहार को बनाए रखने के लिए इन चीजों से करें परहेज
- मैदा।
- डब्बा बंद खाद्य सामग्री।
- शराब और धूम्रपान।
- अधिक नमक और शक्कर वाली चीजें।
- अधिक तेल मसाला वाली चीजें।
- तेल में तली हुई चीजें।
- बाहर का खाना।
- रेड मीट
- कोल्ड ड्रिंक्स और डब्बा बंद के पदार्थ।
स्वस्थ रहने के लिए इन बातों पर भी ध्यान दें
सिर्फ संतुलित आहार लेने से कुछ नहीं होता। स्वस्थ रहने के लिए कुछ और बातें हैं जिन पर आपको ध्यान देना होगा।
- सुबह जल्दी उठे।
- रोज व्यायाम करें।
- खाना चबा चबा कर आराम से खाएं।
- सुबह का नाश्ता उठने के 2 घंटे के अंतर्गत कर लें
- दोपहर के खाने के बाद 15 मिनट टहले।
- रात में सोने के कम से कम 2 घंटे पहले रात का खाना खाने लें।
- हमेशा ताजा और घर का बना हुआ खाना खाएं।
- खाना खाने के 45 मिनट बाद ही पानी पिएं।
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